घर

घर से बड़ रही दूरियां 
आ रही  कौन सी मजबूरियां‌ 

नौकरी पढ़ाई टेंशन सब बढ़ती जा रहीं 
प्यारी सी मुस्कान खोती जा रही

तस्वीर सवारने को  निकले घर से
घर के ही मेहमान बन निकले 

चार पल की खुशियां किस्तों में  मिल रही
घर जाने के लिए छुट्टियां लेनी पड़ रही 

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