किताबें

विषय :- किताबें 

जीवन का पथ रौशन करती,
गुरू समान मार्ग दर्शक बनती ।

किताबों व लेखक का रिश्ता सहजीवी,
लेखक के विचारों को बनाती चिरंजीवी।
शब्द -शब्द मोती की लड़ियाॅं ,
मनोभावों की जुड़ी हैं कड़ियाॅं  ।

ज्ञान ,विचार , दृष्टिकोण का अद्भुत हैं रूप,
मन पर छाप छोड़ती उनके अनुरूप।
ज्ञान, विज्ञान, ब्रह्मांड का रहस्य खोलती ,
धरती आकाश, समुंदर की गहराइयों को तोलती।

सोहनी -महिवाल,शीरीं -फरहाद इनमें हैं बसते,
चाॅंदनी रातों के सपने हैं सजते ।
ममता की स्वर लहरी में बहती ,
कुछ प्रभु वंदन के शब्दों को कहती।
सदाचार, मीठी वाणी सिखातीं,
नफरत हटा ,दिलों में प्रेम जगाती। 
 
गीता ,रामायण, कुरान ,किताबें हैं पवित्र,
बाइबिल, गुरु ग्रन्थ साहिब,शब्द वाणीं महकती जैसी इत्र।
जीवन में संजीवनी होती हैं किताबें ,
जनमानस को सही राह दिखाती हैं किताबें ।

नीता माथुर, लखनऊ ( उत्तर प्रदेश)
स्वरचित/मौलिक

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